सेलम/इंदौर l सच्चामोती, सच्चासाबु एगमार्क साबूदाना व अन्य शुद्धपोषक फरियाली उत्पादों के प्रसिद्ध विश्वसनीय निर्माता, सेलम की साबु ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर चैयरमेन श्री गोपाल साबु ने बताया कि जी एस टी की नइ घोषित दरों के अनुसार “टेपीयो का स्टार्च (TAPIOCA STARCH) की पुरानी जी एस टी दर 12% से बदल कर 22 सितंबर 2025 से नडई जी एस टी दर 5% हो जायेगी। इससे आने वाले समय में सेलम टेपीयो का स्टार्च उद्योग-व्यापार को तथा साथ ही घरेलू उपभोक्ताओं के अलावा कपड़ा, फार्मास्यूटिकल, एडेसिव, कागज उद्योगों के उत्पादन भी सस्ते होंगे और खपत भी बढ़ेगी। साबु ट्रेड कम्पनी सन 1993 से ही सेलम के स्टार्च उद्योग व्यापार में संलग्न है।

जी एस टी की नइ घोषित दरों से स्टार्च उद्योग में संभावित बढ़ती मांग को देखते हुए कम्पनी ने भी अपनी उत्पादन इकाइ को स्टार्च उत्पादन के लिये नवीन विस्तार दिया है।

श्री साबु ने बताया कि साबूदाना, पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष भाव काफी कम रहने एवं साथ ही व्रत-उपवास के लिये देश-विदेशों में सबसे स्वादिष्ट, पोषक और लोकप्रिय होने के कारण, इस वर्ष नवरात्रि पर्व के पहले ही, सेलम में दिशावरों की मंडीयों से अच्छी क्वालिटी के साबूदाना की मांग, पिछले वर्ष से करीब डेढ़ गुणा रही। उत्तम गुणवत्ता के लिये ग्राहकों द्वारा निरंतर पसन्द किये जाने से कम्पनी के कुकरीजोंकी ब्रांड श्रीधान्य (मीलेट्स), सच्चासाबु ब्रांड ग्लुटेन-मुक्त फरियाली आटा तथा अल्पाहार ब्रांड मखाना की मांग में भी लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई। अधिक माँग को देखते हुए सभी दिशावर मंडीयों में माल की निरंतर आपूर्ति उपलब्ध रखने हेतु कम्पनी की उत्पादन इकाई की टीम ने पिछले पन्द्रह दिनों से दिन रात लग कर सप्लाइ चैन को अबाधित रखा। इस क्रम में कम्पनी को अपने सभी वितरक-विक्रेताओं का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ, जिससे बढ़ी हुई मांग के समय भी ग्राहकों को उनका मनचाहा उत्पाद बाजार में ताजा उपलब्ध रहा ।

साबूदाना के भावों के बारे में श्री साबु ने अपने दीर्घ अनुभव से अनुमान बताया कि इस वर्ष सेलम में उत्पादन अधिक होने के कारण, साबूदाना के वर्तमान भाव पिछले वर्षों की तुलना में सबसे कम चल रहे है। कच्चे माल और उत्पादन के खर्चों को देखते हुए उत्पादकों को लागत मूल्य भी पूरा नहीं मिल पा रहा है। अतः शीघ्र भविष्य में साबूदाना के भाव और कम होने की गुंजाइश नहीं है, बल्कि अच्छे और सूखे मालों के भाव बढ़ सकते हैं।