कम्युनिटी हेल्थ एंड वेलफेयर के अंतर्गत आयोजित निःशुल्क रक्तदान शिविर में आयुष मंत्रालय की वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य डॉक्टर एके द्विवेदी का उद्बोधन
इंदौर। हमारे देश की लगभग 65% आबादी अब भी गांवों में रहती है। ऐसे में यदि ग्रामीण स्वस्थ रहेंगे तो ही देश प्रगति के पथ पर उत्तरोत्तर अग्रसर हो सकेगा। इसीलिए हमने बड़ौदा दौलत में निःशुल्क रक्त जांच शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और खासतौर पर रक्त संबंधी जाँचें नियमित अंतराल पर कराने के लिए जन जागरण हेतु यह निःशुल्क रक्तजाँच शिविर आयोजित किया है।
यह बात आयुष मंत्रालय की वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ ए के द्विवेदी एक दिनी रक्त जांच शिविर के उद्घाटन के दौरान कही।
एडवांस्ड होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसायटी तथा आयुष मेडिकल वेलफेयर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर को लेकर ग्रामवासियों में भी खासा उत्साह नजर आया और वे अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग व सचेत भी दिखे। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने शिविर में पहुंचकर स्वास्थ्य जांच कराने के साथ ही स्वयं की परेशानी चिकित्सकों के साथ साझा की और उस समस्या का निकारण पाया। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं।
नजरअंदाज न करें एनीमिया को
डॉ. द्विवेदी ने कहा कि अगर आपको काम करने के दौरान जल्दी-जल्दी थकान होती है, बार-बार कोई बीमारी हो जाती है, शरीर-जोड़ों में दर्द होने लगता है और ये सब अचानक होने लगता है तो यह एनीमिया के लक्षण हो सकते हैं। लंबे समय से ब्लीलिंड पाइल्स (मल के साथ खून जाना) की शिकायत है तो सीबीसी जांच करायें। वहीं छोटे बच्चों को लगातार नकसीर की समस्या रहती है तो इसे नजरअंदाज न करें क्योंकि लगातार नकसीर होने से खून की कमी हो सकती है एनीमिया हो सकता है। रोजाना ब्रश करने के दौरान खून आना भी एनीमिया के लक्षण हो सकते हैं। वहीं ऐसी महिलाएं जिन्हें मिहवारी के दौरान लंबे समय तक ब्लीडिंग होती है वे भी एनीमिया की शिकार हो जाती हैं। ऐसे मे ऐसी महिलाओं को इसे छुपाना नहीं चाहिए और सीबीसी जांच करना चाहिए।
डॉ. द्विवेदी ने ग्रामीणों से कहा कि जिस तरह आप खेती-किसानी, नौकरी और अन्य दैनिक कार्यों को प्राथमिकता देते हैं ठीक उसी तरह अपने शरीर को भी उतनी प्राथमिकता देना जरूरी है।
डॉ वैभव और डॉ. कनक चतुर्वेदी ने की काउंसलिंग
शिविर में कोकिलाबेन धीरूभाई अम्बानी हॉस्पिटल के डॉ. वैभव चतुर्वेदी ने भी मरीजों की काउंसलिंग शिविर में पहुंची महिलाओं की जांच के दौरान माहवारी के समय होने वाली समस्या और उससे संबंधित समाधान डॉ. कनक चतुर्वेदी ने किया।उन्होंने महिलाओं से परिवार की सेहत, स्वास्थ्य का ख्याल रखने के साथ ही अपने शरीर का भी ख्याल रखने को कहा। शिविर में राकेश यादव, दीपक उपाध्याय, डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. जितेंद्र पूरी, विनय पाण्डेय, आंगनवाड़ी सचिव रानी रावत और आशा कार्यकर्ता सविता रावत ने भी अपनी सेवाएं दीं।