*बोलियों को जिंदा रखेंगे तो जिंदा रहेगी परंपरा* *बोले – साहित्य अकादमी के निदेशक डाॅ. विकास दवे* *मालवी-हिन्दी लघुकथाएं पुस्तक का लोकार्पण* इंदौर। बोलियां हमारी परंपरा की वाहक हैं। बोलियों को जिंदा रखेंगे तो परंपरा जिंदा रहेगी। यह बात साहित्य अकादमी, (म.प्र.) के निदेशक डाॅ. विकास दवे ने पुस्तक – मालवी-हिन्दी लघुकथाएं के लोकार्पण समारोह में […]