आज से यानी18 से 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र क्यों बुलाया गया है। यह अभी तक इसका एजेंडा गोपनीय है। लेकिन कुछ राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस विशेष सत्र में वन नेशन वन इलेक्शन का बिल लाया जा सकता है।
दरअसल इस बात की संभावना ज्यादा है क्योंकि आगामी लोक चुनाव के पहले और बाद में कई राज्यों के चुनाव होना है। यदि इन राज्यों में भाजपा की सरकारें नहीं बनती तो इसका असर भाजपा को राज्यसभा में विपरीत पड़ेगा। इसके अलावा यदि ऐसा होता है तो उसके लिए मुख्य चुनाव आयुक्त एवं चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति, सेवाओं और कार्यकाल से संबंधित विधेयक भी पास करना होगा और इसके पूर्ण होने में 6,8माह का समय लगेगा। इसी समय में प्रधान मंत्री अपने और अपनी पार्टी के लिए समुचित प्रयास कर लेंगे और अपनी छवि को और अधिक जननायक की गढ़ लेंगे।
कहा जाता है कि भाजपा और खुद प्रधानमंत्री मोदी विपक्षी गठबंधन से उतना प्रभावी नहीं मानते जितना राहुल गांधी की जननायक की बनती छवि से। यही कारण है कि हाल में प्रधान मंत्री मोदी ने मेट्रो में सफर किया।
वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग भी कहते हैं
(विडियो साभार)