(कर्नाटक से श्याम यादव की रिपोर्ट)
कर्नाटक में कांग्रेस किसी को मुख्यमंत्री के रूप मनोनित करे ,लेकिन कर्नाटक की आम जनता तो सिद्ध रमैया को ही मुख्यमंत्री के रूप में मान रही है। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी अपने अपने नेता को मुख्यमंत्री के रूप में देखने के लिए नेताओं के साथ जोर आजमाईश में जुटे है।
Unpaidnewshindi ने सोमवार,मंगलवार को कर्नाटक के कई शहरों में गैर राजनैतिक आम आदमी, से जब इस बाबत उनका मत जानना चाहा तो अधिकाश ने सिद्ध रमैया को ही मुख्यमंत्री के रूप में पसंद किया।
इसका कारण पूछने पर इन लोगों ने सिद्ध रमैया को बेहतर प्रशासन कर्ता बताया।
कांग्रेस के पिछले कार्यकाल के बारे में आम जनता खुश नजर आई। लोगों को मुफ्त चावल स्कीम और अन्य उनके हित की योजनाओं को वे पसंद करते हुए फिर से इस कार्यकाल में भी चाहते हैं।
भाजपा के चुनाव प्रचार में बजरंग बली का उपयोग किए जाने पर लोगों में नाराजगी जताते हुए , उन्हें वोट नही देने की बात कही।
प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली के सभी कायल दिखे, भले ही वे किसी भी पार्टी के हो। मगर यहां धार्मिक कट्टरता का विरोध किया। यही कारण है कि प्रधान मंत्री की इतनी रैलियों के बावजूद भाजपा को शिकस्त खानी पड़ी।
बहरहाल भाजपा जहां आत्मचिंतन में जुटी है तो कांग्रेस मुख्यमंत्री के चयन में ।
लेकिन मुख्यमंत्री जनता निर्धारित कर चुकी है। शिवकुमार और सिद्ध रमैया में से कोई भी मुख्यमंत्री बने। मोदी के कांग्रेस विहीन भारत अभियान के तहत हिमाचल के बाद कर्नाटक का भी कांग्रेस की झोली में जाना ,मोदी के उस अभियान में रोड़ा बन कर उभरा है। इस साल तीन राज्यों में विधानसभा के चुनाव होना है यदि उनमें भी भाजपा की स्थिति ऐसी ही रही है तो ये मोदी और भाजपा के लिए खतरे की घंटी होगी।