महाराजा यशवंतराव होलकर और गिरीश पतके समारोह आएंगे
इंदौर। सानंद न्यास का पुरस्कार वितरण समारोह 7 सितंबर रविवार को स्थानीय जाल सभागृह में शाम 5 बजे आयोजित किया गया है। सानंद न्यास के अध्यक्ष जयंत भिसे एवं मानद सचिव संजीव वावीकर ने बताया कि पुरस्कार वितरण देवी श्री अहिल्याबाई के वंशज महाराजा यशवंतराव होलकर एवं महाराष्ट्र शासन की राज्य मराठी संस्था के कार्यासन अधिकारी गिरीश पतके हाथों होगा।
यशवंतराव होलकर (तृतीय), लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर के 16वें वंशज हैं। वे महेश्वर में अहिल्येश्वर छत्री के जीर्णोद्धार और होलकर सांस्कृतिक केंद्र के माध्यम से उनकी धरोहर को संरक्षित कर रहे हैं। माहेश्वरी हैंडलूम परंपरा को बढ़ावा देने के लिए रेहवा सोसायटी एवं वुमन विव्ह से जुड़े हैं। अहिल्या अनुभव समूह का संचालन करते हैं।
गिरीश पतके लेखक, निर्देशक व अभिनेता हैं। उन्हें रंगभूमि का 35 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने 17 नाटकों का निर्देशन करने के साथ ही 5 पुस्तकों के शब्दकोशों में संपादन कार्य भी किया है। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में वक्ता, निरीक्षक व व्याख्याता के रूप में आमंत्रित किया गया। अनेक नाट्यस्पर्धाओं में परीक्षक व मार्गदर्शक भी रहे। कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
सानंद न्यास द्वारा अपने सामाजिक दायित्व का निर्वाह करते हुए, अपने वैभवशाली परंपरा से नई पीढ़ी को अवगत कराने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष विविध स्पर्धाओं का आयोजन करता हे गोष्ट सांगा प्रतियोगिता, सानंद समूह गीत स्पर्धा, नाट्यस्पर्धा। इस वर्ष भी यह सभी स्पर्धाएं सफलता की ऊंचाइयों को छूते हुए संपन्न हुई। विविध स्पर्धाओं में सभी की प्रस्तुतियां फिर वह दादा-दादी की गोष्ट सांगा प्रतियोगिता हो या बच्चों एवं युवाओं की समूह गीत स्पर्धा या शौकिया कलाकारों को प्रोत्साहन मिले ऐसी मंशा से आयोजित नाट्य स्पर्धा प्रशंसनीय रही।
सानंद मराठी नाट्य स्पर्धा विजेता स्पर्धकों को पुरस्कार के रूप में वरिष्ठ रंगकर्मी एवं सिने स्टार श्री अच्युत पोतदार द्वारा प्रायोजित प्रथम पुरस्कार पु. ल. देशपांडे स्मरणार्थ 50,000 रू, द्वितीय पुरस्कार पं सत्यदेव दुबे स्मरणार्थ 30,000 रू तथा तृतीय पुरस्कार बाबा डिके स्मरणार्थ 20,000 रु नकद तथा सर्वोत्कृष्ट अभिनेता, अभिनेत्री व दिग्दर्शक के लिए क्रमशः डॉ श्रीराम लागू एवं सुलभा देशपांडे स्मरणार्थ एवं विजया मेहता पुरस्कार 5000 रू नकद एवं नाटक की सभी विधाओं के विजेताओं को प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार स्वरूप स्वर्ण पदक, रजत पदक तथा सहभागिता के लिए कलाकारों को प्रमाणपत्र दिये जाएंगे।
इस अवसर पर प्रेक्षकों की सहभागिता बढ़ाने के दृष्टि से गठित ‘सानंद नाट्यवेद’ समूह में शामिल दर्शकों में से विजेताओं को भी पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कार वितरण अवसर पर ‘सानंद मराठी समूह गीत स्पर्धा’ एवं ‘सानंद मराठी गोष्ट सांगा प्रतियोगिता’ के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया जाएगा।