रतलाम. ट्वीट से मदद का दावा करने वाली भारतीय रेलवे की रतलाम रेल मंडल की इंदौर-बिलासपुर यात्री ट्रेन में एक मां-बेटी के साथ चार घंटे की यात्रा में छेड़छाड़ होती रही, रेलमंत्री से लेकर आरपीएफ तक को ट्वीट किया गया, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। यात्रा पूरी होने के बाद तक मदद नहीं मिलने पर यात्री ने लिख दिया कि यात्रा पूरी हो गई है, अब मदद की जरूरत नहीं है।

ट्रेन नंबर 18233 नर्मदा एक्सप्रेस इंदौर से बिलासपुर के लिए प्रतिदिन चलती है। इस ट्रेन में पीएनआर नंबर 87611844698 के टिकट पर इंदौर से शाजापुर की यात्रा कर रही मां-बेटी को बगैर टिकट लिए यात्रा कर रहे कुछ शरारती लड़के परेशान कर रहे थे। यात्री ने रेलमंत्री, आईआरसीटीसी, रेलमदद, आरपीएफ सभी को ट्वीट किए। हर बार मदद का भरोसा तो किया गया, लेकिन मदद नहीं दी गई।

जबरन टच कर रहे थे

यात्री के किए ट्वीट के अनुसार बगैर टिकट लिए यात्री न सिर्फ यात्रा कर रहे बल्कि जबरन टच कर रहे है। गंभीर ट्वीट के बाद भी रतलाम आरपीएफ कोई मदद नहीं कर पाई।

जानकारी नहीं, जांच करेंगे
“इस मामले की जानकारी नहीं है, आमतौर पर ट्वीट पर तुरंत मदद की जाती है, ऐसा क्यों हुआ जानकारी ली जाएगी।”
– श्रीकुमार कुरूप, अतिरिक्त मंडल सुरक्षा आयुक्त, रतलाम रेल मंडल
(पत्रिका से साभार)