इन्दौर। वाणिज्यिक कर विभाग ने प्रदेश के 29 कॉटन व्यापारियों के यहां छापे मारे और 3 करोड़ 21 लाख का टैक्स जमा करवाया। 47 प्रतिष्ठानों और निवासों पर एक साथ कार्रवाई की गई। मौके पर 10 फर्मों द्वारा टैक्स चोरी का पैसा जमा किया गया। अभी दस्तावेजों की स्क्रूटनी चल रही है। स्क्रूटनी के बाद टैक्स चोरी की राशि और बढ़ सकती है।
विभाग द्वारा अलग-अलग शहरों में टैक्स चोरी को लेकर छापामार कार्यवाही की गई है बताया गया है कि इंदौर की मेसर्स बाफना जिनिंग प्राइवेट लिमिटेड मेसर्स डी लाइक लाइफ प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स पवन फाइबर्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स महिमा कोटेक्स प्रा.लि., मेसर्स बायो सल्पन प्रा. लि., मेसर्स महिमा प्योर स्पन, मेसर्स अशोक फाईन स्पन, मेसर्स महिमा फाईबर्स प्रा. लि., मेसर्स गोमतेश फाइन यार्न, मेसर्स महिमा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी, मेसर्स दास एग्रो एक्सपोर्ट, मेसर्स धाकड़ फाउंडेशन, मेसर्स झम्ब ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स ओसिस स्प्रिंट प्रा.लि., मेसर्स महावीर बायोटेक प्रा.लि., मेसर्स महावीर उद्योग, मेसर्स प्योरबिन एक्सपोर्ट, प्रा. लि., मैसेज पूजा फाइबर्स प्राइवेट लिमिटेड ,बायो स्पिनिंग प्राइवेट लिमिटेड, किरण उद्योग पर कार्यवाही की गई।बड़वानी जिले की मेसर्स एकाग्र काटन सिएशन, लिमिटेड, मेसर्स डिलाईट लाइफ लाईक प्रोडक्ट्स बुरहान की मेसर्स एनआर मेसर्स बालाजी काटन प्रा. लि., धार की मेसर्स गोमतेश जिनिंग प्रा.लि. कंपनी पर छापे मारे गए 10 प्रतिष्ठानों द्वारा प्राथमिक रूप से तीन करोड़ 21 लाख रुपए जमा कराए गए हैं। जबकि दस्तावेजों की जांच जारी है