इंदौर।इन दिनों शहर में धर्म की गंगा जमकर बह रही है। देशभर के माने हुए कथावाचक यहां अपनी कथाएँ कर रहे हैं। पं. प्रदीप मिश्रा से लेकर बागेश्वर धाम महाराज की दो से तीन कथाएँ अलग अलग हो चुकी है।आने वाले तीन महीनों में छह से अधिक बड़ी कथाएँ होने की तैयारियां हैं।
बताया जा रहा है कि इन कथाओं को करा कर दोनों ही राजनैतिक दल, भाजपा और कांग्रेस हिंदू वोटों को अपनी तरफ करने के प्रयास में जुटे हैं।इसके चलते ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र में भी कथाओं का दौर शुरू गया है।
यही कारण है कि पिछले दिनों क्षेत्र क्रमांक 5 में कांग्रेस के पूर्व विधायक और अगले चुनाव में विधानसभा के दावेदार सत्यनारायण पटेल तिलक नगर में भव्य कथा करवा चुके हैं। वहीं इसके पूर्व क्षेत्र क्रमांक 1 में सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा की कथा हो चुकी है। पं. प्रदीप मिश्रा की इंदौर में पांच कथाएँ हो चुकी है इसमे चार कथाएँ कांग्रेस नेताओं के कोटे में हुई है।एक क्षेत्र क्रमांक दो में रमेश मेंदोला के झंडे तले हो चुकी है।
दादा से शुरुआत का टोटका
माना जाता है कि किसी भी संत को यदि भव्य कथा की शुरुआत करनी हो तो उसे रमेश मेंदोला के झंडे तले ही जाना पड़ता है। इसके बाद उनका कामकाज जोरशोर से चल पड़ता है।
कितना खर्चा
कथा करा चुके एक नेता ने बताया कि प्रदीप मिश्रा हो या बागेश्वर धाम महाराज सारा खर्च जोड़ ले तो चार से पांच करोड़ रुपया हवन हो जाता है। इसमें भोजन भंडारे से लेकर सारे खर्चे शामिल है। छोटे मोटे आयोजनों की बात तो अलग है। जयाकिशोरी जी की कथा पर भी ढाई करोड़ रुपये तक खर्च हो जाते हैं।
क्रमांक 2 के कनकेश्वरी मैदान पर अनिरुद्धाचार्य की कथा बड़ी कथाओं में शुमार हो गई है। इस पर भी ढाई करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं।
साध्वी ऋतंबरा की भव्य कथा की तैयारी
आने वाले समय में देपालपुर में भाजपा नेता रामेश्वर गुड्डा पटेल 30 मई से 5 जून को साध्वी ऋतंबरा की भव्य कथा करवाने जा रहे हैं। कथाओं के गणित को देखते हुए सांवेर के विधायक तुलसी सिलावट ने भी एक कथा अपने क्षेत्र में करवा ली।
माना जा रहा है कि चुनाव से पहले आम लोगों को भले ही महंगाई और बेरोजगारी से संघर्ष करते रहना पड़े परंतु कथाओं में श्रवण करने से कम से कम अगला जन्म तो अच्छा हो जाएगा।