इंदौर। पूर्वकाल में नष्ट कर दिए गए मंदिर और देवालयों का सरकार जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का काम कर रही है जिससे आकर्षित होकर बड़ी संख्या में नई पीढ़ी धर्म की राह पर लौट रही है।
यह बात आज के दौर के सबसे लोकप्रिय कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने स्टेट प्रेस क्लब, मप्र के कार्यक्रम ” संवाद” में कही। पं.मिश्रा ने सनातन धर्म के सम्मुख उपस्थित चुनौतियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि नई पीढ़ी में विश्वास और आस्था जगाना बहुत बड़ी चुनौती है। आज युवाओं के मन में धर्म को लेकर अनेक सवाल घुमड़ते रहते हैं और उनमें संस्कार भी पहले की पीढ़ियों जैसे नहीं रहे । ख़ासकर धार्मिक रीति-रिवाज़ों की उपयोगिता के वे अपने परिजनों से बहुत सवाल करते हैं। ऐसे में सनातन मूल्यों और परम्पराओं से नई उम्र के बच्चों को जोड़ना ज़रूरी है।
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि सनातन धर्म पर ही सबसे ज़्यादा और हर तरह से हमले हो रहे हैं। प्रलोभन देकर हमारे प्राचीन धर्म के खिलाफ अविश्वास करना सिखाया जाता है जबकि इसके ठीक उलट अन्य धर्मों में कट्टरता सिखाई जाती है।
आज नई पीढ़ी में सनातन धर्म के प्रति जागरूकता और विश्वास बढ़ाये जाने की ज़रूरत है।
उनकी शिवपुराण कथाओं की लोकप्रियता और उनके आव्हान पर मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने के प्रभाव को पं. मिश्रा ने शिव कृपा निरूपित किया। उन्होंने कहा कि वे आडम्बरों से दूर रहकर मात्र अपने इष्ट देव में अचल विश्वास की बात करते हैं यही वजह है कि आज शिव महापुराण के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था बढ़ती जा रही है।
पं. मिश्रा ने कहा कि शिव मंदिरों में भीड़ के साथ बिल्व पत्रों की माँग बढ़ने से पर्यावरण की रक्षा भी ज़रूरी है। उन्होंने आव्हान किया कि हर भक्त अपने जीवन काल में कम से कम एक बिल्वपत्र का पेड़ अवश्य लगाए। ये वृक्ष हमारे जीवनकाल के बाद भी भक्तों को बिल्वपत्र उपलब्ध कराएगा।
पं. मिश्रा ने सफाई में अनवरत अव्वल आने पर इंदौरवासियों को बधाई देते हुए अपनी सुरक्षा के लिए यातायात के नियमों के प्रति और जागरूक होने का आग्रह किया। उन्होंने ट्रैफिक सिग्नल लाइट को जीवन से जोड़ते हुए कहा कि जिस तरह लाल लाइट पर हम ठहरते हैं और ग्रीन पर चलते हैं, वैसे ही जीवन की गति है। बीच-बीच में समय अनुकूल ना होने पर ठहरना पड़े तो इसमें विचलित नहीं होना चाहिए बल्कि प्रभु आश्रय लेते हुए अनुकूल समय का इंतज़ार करना चाहिए ।
इस अवसर पर स्टेट प्रेस क्लब, मप्र के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल ने पं. मिश्रा को क्लब की स्मारिका एवं गांधी साहित्य भेंट किया। पं. मिश्रा ने क्लब के पदाधिकारी आलोक बाजपेयी, नकुल पाटोदी, रवि चावला, गणेश एस.चौधरी, आकाश चौकसे, रचना जौहरी, सोनाली यादव, प्रवीण धनोतिया, अभिषेक सिसोदिया,अमित पंजवानी, गगन चतुर्वेदी, बँसी लालवानी,सुदेश गुप्ता,अल्पेश डीजे बाबा आदि का अंगवस्त्र से सम्मान किया। अंत में राकेश राखी वर्मा ने आभार व्यक्त किया।