नए नाम को लेकर संघ को भी आपत्ति नहीं लग रही

नई दिल्ली। भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा, इस सवाल का जवाब काफी लंबा खींच गया। लेकिन, अभी भी इस सवाल का जवाब नहीं मिल पा रहा है कि पार्टी इस बारे में फैसला लेने में कितना और वक्त लेगी! इस बात से इंकार नहीं कि भाजपा अध्यक्ष के चुनाव में संघ की भूमिका प्रमुख होगी।
राजनीतिक गलियारों में यह सवाल फिर से उठ रहा है कि बीजेपी को उसका राष्ट्रीय अध्यक्ष कब मिलेगा। इस बात की चर्चा तेज है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद ही पार्टी अपने अध्यक्ष का ऐलान करेगी लेकिन सवाल यह है कि पार्टी किस नेता को अध्यक्ष बनाएगी, इसे लेकर तमाम नाम पिछले कई महीनों में मीडिया में सामने आ चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस का नाम सबसे आगे चल रहा है। फड़नवीस के अलावा केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी इस पद के दावेदारों की दौड़ में शामिल हैं।
यह सवाल भी लगातार उठ रहा है कि आखिर बीजेपी जिसे कार्यकर्ता आधारित पार्टी माना जाता है उसे अध्यक्ष का चयन करने में इतना वक्त क्यों लग रहा है। राजनीति में जातीय और क्षेत्रीय समीकरण काफी मायने रखते हैं। इसलिए पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन में काफी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। माना जा रहा है कि इस मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राय भी काफी अहम होगी।
फड़नवीस का नाम चल रहा आगे
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, फड़नवीस को बिहार विधानसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए कहा जा सकता है। फड़नवीस इस पद के लिए अपेक्षाकृत युवा हैं और उन्हें आरएसएस के साथ ही पार्टी नेतृत्व का समर्थन भी हासिल है। फड़नवीस ब्राह्मण समुदाय से आते हैं।
पुरुषोत्तम रुपाला गुजरात की राजकोट सीट से सांसद हैं। वह मोदी सरकार में मंत्री रह चुके हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और धर्मेंद्र प्रधान के नाम की भी जबरदस्त चर्चा चल रही है। चौहान लंबे वक्त तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। चौहान और धर्मेंद्र प्रधान दोनों ही ओबीसी वर्ग से आते हैं।
बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव का मामला काफी लंबा खिंच चुका है और अब भी इस सवाल का जवाब नहीं मिल पा रहा है कि पार्टी इस बारे में फैसला लेने में कितना और वक्त लेगी? मौजूदा वक्त में जेपी नड्डा पार्टी अध्यक्ष की भूमिका में हैं और वह मोदी सरकार में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय संभाल रहे हैं।