इंदौर। सूरज की किरणों से बिजली उत्पादन के लिए मालवा के लोगों में रूचि बढ़ती जा रही है। अब मालवा में 6000 और कंपनी क्षेत्र में कुल 6510 स्थानों पर बिजली उत्पादित हो रही है। सूरज की किरणों से पैनल के माध्यम से बिजली उत्पादन छतों और परिसर में मौजूदा बिजली उपभोक्ताओं द्वारा किया जा रहा है।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि सौर ऊर्जा के प्रति इंदौर शहर में रूचि सबसे ज्यादा है। शहरी सीमा में लगभग 4100 स्थानों पर रूप टॉप सोलर नेट मीटर के माध्यम से बिजली उत्पादन हो रहा है। वही मालवा के सभी 11 जिलों में 6000 स्थानों पर, निमाड़ के चार जिलों में करीब 510 स्थानों पर बिजली उत्पादन हो रहा है। प्रति माह सूरज की किरणों से बिजली उत्पादन करने वालो की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। नवंबर अंत तक यह संख्या 6510 पार कर गई है। श्री तोमर ने बताया कि एक वर्ष के दौरान अपने घर, दुकान, दफ्तर, बहुमंजिला इमारतों आदि पर पैनल्स लगाकर बिजली बनाने वालों की संख्या में लगभग 1500 की वृद्धि दर्ज की गई है। यह ग्रीन एनर्जी के प्रति आम लोगों, मौजूदा बिजली उपभोक्ताओं में रूचि को दर्शाता है। श्री तोमर ने बताया कि समय समय पर पात्रतानुसार सौलर पैनल्स लगाने वालों को शासन सब्सिडी भी प्रदान करती है। कोई भी निम्नदाब व उच्चदाब का उपभोक्ता सोलर पैनल्स लगाकर अपने परिसर से बिजली उत्पादित कर सकता है।

सौलर बिजली में ये क्षेत्र अव्वल

इंदौर शहर 4100

उज्जैन जिला 820

रतलाम जिला 260

खरगोन जिला 230

धार जिला 225

नीमच जिला 160