Indore। (श्याम यादव)प्यारेलाल खंडेलवाल,माखन सिंहचौहान के साथ चौहान मालवा-निमाड़ को बीजेपी का गढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले संगठन का वर्षो काम करने वाले श्री कृष्ण मुरारी मोघे भले ही अपनी उपेक्षा से भाजपा से नाराज हो लेकिन वे पूर्व प्रचारको द्वारा बनाए जा रहे नई पार्टी में शामिल नहीं हो रहे है।
आज उन्होंने ये अनपेड न्यूज से यह बात कही। उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर उनका एक बयान वायरल हो रहा था जिसमे उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर की था।
ये था वो वायरल बयान:
भाजपा के वरिष्ठ नेता मोघे ने संघठन पर जताई नाराजगी
” 6 माह पहले कई जिलों में हमे कार्यकर्ताओ को मनाने के लिए भेजा था, मैंने शिवराज जी के साथ संगठन को भी उनकी परेशानी से अवगत कराया था, लेकिन किसी ने भी मेरी बात पर ध्यान नहीं दिया।
शिवराज ने मिलने का वादा तक किया था , परंतु सभी अपने रास्तों से भटक गए है। इसका विपरीत परिणाम भाजपा को भुगतना पड़ेगा”।
नई पार्टी में नहीं जा रहे हैं मोघे
उधर संघ के अनेक पूर्व प्रचारक भाजपा से अलग हो आज नई पार्टी बनाई जा रही है। लेकिन स्वयं मोघे इस पार्टी ने नहीं शामिल होंगे!क्या आप भी इस पार्टी में जायेंगे?
यह पूछे जाने पर उन्होंने साफ कहा – नहीं!
उल्लेखनीय है की मोघे इंदौर के पूर्व महापौर बनाए जाने के बाद से पार्टी द्वारा अलग थलग पड़े है। सुमित्रा महाजन उमाभारती जैसे कृष्णमुरारी मोघे को भी हाशिए पर रखा है पार्टी ने।
इस बार उम्मीद थी कि मोघे जी की वरीयता या मराठी भाषी होने के कारण इंदौर से किसी विधानसभा टिकिट मिलेगा ,लेकिन ऐसी संभावना नहीं के बराबर ही हैं।