ई-वीजा लेकर आए ब्रिटिश नागरिक को वापस लौटाया
इंदौर। लगातार अंतर राष्ट्रीय उड़ान की पहल करते इंदौर विमानतल पर पांचवी बार वही गलती दोहराई गई, जिससे उसकी छवि पर विपरीत असर पड़ सकता है। दो दो अंतर्राष्ट्रीय उड़ान का संचालन करने वाले इस विमानतल पर अभी भी ई वीजा को मान्यता नहीं होने से यहां ई वीजा ले कर आने वाले विदेशी यात्री को वापस भेजा जाता है।
जानकारी के अनुसार इसका खामियाजा दो दिन पहले कंपनी के काम से इंदौर आए ब्रिटिश नागरिक जेम्स माइकल ग्रिफ्फिन ( 58 ) को भुगतना पड़ा। यह नागरिक आईटी कंपनी में कार्यरत है।
शनिवार को एयर इंडिया की फ्लाइट (एआई 904) से अपने तय समय 5.40 बजे इंदौर एयरपोर्ट आया था। यहां इमिग्रेशन टीम ने उसे रोका जब उसने अपना वीजा दिखाया तो टीम ने उसे अमान्य कर दिया। यात्री को वहीं एक कमरे में रुकने को कहा।
दो दिन रोके जाने के बाद यात्री को सोमवार शाम 7.05 बजे वापस रवाना किया गया।
इसके पहले, ऐसा चार बार हो चुका है। एक बार दिल्ली से विशेष अनुमति पर ई-वीजा के साथ आए यात्री को छोड़ा गया था।
उल्लेखनीय है कि 15 जुलाई 2019 के बाद यह पांचवां मामला है, जिसमें यात्री को वापस अपने देश भेजा गया है। सिर्फ 9 अप्रैल 2022 को जर्मनी से आए डॉक्टर मारकस हाफकेन को भाजपा महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गृह मंत्रालय की विशेष अनुमति से प्रवेश दिलाया था।