श्री गुजराती समाज द्वारा संचालित होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया वार्षिकोत्सव

होम्योपैथिक चिकित्सा विद्यार्थियों के शपथ-ग्रहण समारोह में पुरस्कार वितरण किया

होम्योपैथिक चिकित्सा विद्यार्थियों ने वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुति दी

इन्दौर। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी दिनांक  श्री गुजराती समाज इन्दौर द्वारा संचालित श्रीमती कमलाबेन रावजी भाई पटेल गुजराती होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज इंदौर का वार्षिक उत्सव ’’शतपर्व’’ रवीन्द्र नाट्यगृह इन्दौर में आयोजित किया गया ।

बीएचएमएस (होम्योपैथिक चिकित्सा विद्यार्थियों) का शपथ ग्रहण तथा पुरस्कार वितरण समारोह हुआ।

 

उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय डॉ संजय दीक्षित जी डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज इन्दौर,

विशेष अतिथि डॉ अजय वर्मा रजिस्ट्रार देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर तथा श्री दिनेश भाई कामानी सदस्य ट्रस्ट बोर्ड श्री गुजराती समाज इन्दौर, अध्यक्षता श्री नरेंद्र भाई जी पटेल अध्यक्ष श्री गुजराती समाज इन्दौर ने किया।

शपथ ग्रहण के मुख्य अतिथि डाॅ. संजय दीक्षित, डीन, एमजीएम मेडिकल कॉलेज, इन्दौर ने कहा कि, चिकित्सकों को दी जाने वाली शपथ महज एक कार्यक्रम नहीं है बल्कि, उन्हें जीवन पर्यन्त याद रखना होता है। आपने कहा कि चिकित्सा के अन्तर्गत आयुष को एक विशेष सम्मान का दर्जा दिया जा रहा है जिसमें होम्योपैथी का अपना एक अलग ही महत्व है। होम्योपैथी चिकित्सा पूरे देष में तो अपनाई ही जा रही है साथ ही विश्व के अनेक देशों में होम्योपैथी का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। श्री गुजराती समाज द्वारा तथा होम्योपैथिक मेडिकल काॅलेज के द्वारा कोविड के दौरान समाजहित में किये गये कार्यों की सराहना करते हुए धन्यवाद भी दिया।

विशेष अतिथि डाॅ. अजय वर्मा ने कहा कि, होम्योपैथी चिकित्सकों और गुजराती समाज को धन्यवाद देना चाहेंगे जो समाज हित में होम्योपैथी चिकित्सकों का निर्माण कर रहा है। विशेष अतिथि श्री दिनेश भाई कामानी ने कहा कि, होम्योपैथी चिकित्सा हानिरहित होने के साथ-साथ बार-बार होने वाली बीमारियों को रोक सकती है। आपने सभी को बधाई प्रेषित की।

महाविद्यालय प्राचार्य डाॅ. एस.पी.सिंह ने होयोपैथी चिकित्सा विद्यार्थियों के लिए डीन एमजीएम मेडिकल काॅलेज से डेड बाॅडी (शव) प्रदान करने के लिए निवेदन किया जिससे विद्यार्थी डिसक्शन सीख सकें।

प्राचार्य डाॅ. सिंह ने डाॅ. अजय वर्मा जी, कुलसचिव देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इन्दौर से निवेदन किया कि, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ आयुष की स्थापना की जाना चाहिये। काफी वर्षों से विश्वविद्यालय में कोई नवाचार नहीं किया गया, इसलिए स्कूल आॅफ आयुष की स्थापना कर नवाचार को गति प्रदान करना चाहिये।

उक्त अवसर पर शासी निकाय अध्यक्ष श्री भरतभाई शाह ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा गुजराती समाज शैक्षणिक एवं चिकित्सकीय कार्यों के लिए सदैव तत्पर रहने की भी बात दोहराई।

दोपहर हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम (कल्चरल प्रोग्राम) में चिकित्सा विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी कलात्मक प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि श्री अंशुल खरे डिप्टी कलेक्टर इन्दौर, विषेष अतिथि श्री परेश भाई संघवी, सदस्य, ट्रस्ट बोर्ड, श्री गुजराती समाज, इन्दौर एवं डॉ. मुकुल एल पारीख, एनेस्थीसिया विषेशज्ञ कार्यक्रम में विषेष रूप से उपस्थित रहे।

मुख्य अतिथि श्री अंशुल खरे जी ने अपने अतिथीय सम्बोधन में कहा कि, सक्सेसर फैल्युअर को छोड़कर जर्नी को एंज्वाय करना चाहिये। संघर्ष से घबराने पर व्यक्ति सफल नहीं होता, इसलिए संघर्ष से घबराना नहीं चाहिये। स्ट्रगल ही हमारे चरित्र का निर्माण करता है। चिकित्सकीय पेशे में शुरुआती समय बहुत संघर्षपूर्ण होता है। चिकित्सकों को हमेशा जुझारू बनकर निष्ठापूर्वक अपने कर्तव्य में लगे रहना चाहिये। आपने कहा कि, अपने जीवन में प्रायः तीन चीजों का ध्यान रखना चाहिये पहला उत्कृष्टता, दूसरा एफोर्डेबल तथा तीसरा आपका व्यवहार न्यायसंगत होना चाहिये। पेशे के दौरान सभी तबके के लोगों को सर्व करना पड़ सकता है।

चिकित्सकीय संस्थान को संचालित करते हुए 25 वर्ष पूर्ण करने पर कार्यक्रम में प्राचार्य डाॅ. एस.पी.सिंह ने साल श्रीफल भेंटकर श्री राकेश वाघेला जी एवं श्रीमती रंजना परमार का स्वागत किया व उन्हें चैक सौंपा।

श्री गुजराती समाज के ट्रस्टी व मानद महामंत्री श्री पंकज संघवी ने अपने उद्बोधन में कहा कि, विद्यार्थी होम्योपैथी चिकित्सा में स्नातक उत्तीर्ण करने के बाद स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए प्रदेश से बाहर जाते हैं। अब जल्द ही होम्योपैथी में एम.डी. (स्नातकोत्तर) का पाठ्यक्रम लाने वाले हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री नरेन्द्र भाई जी पटेल, अध्यक्ष श्री गुजराती समाज ने किया।
अतिथि स्वागत श्री भरत भाई शाह ने किया
आभार डॉ एस पी सिंह ने ब्यक्त किया
उक्त अवसर पर श्री गुजराती समाज के पदाधिकारी श्री प्रदीप शाह श्री दीपक मोदी श्री अतुल सेठ श्री मनोज भई परिख सहित अन्य उपस्थित थे
होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय से डॉ राजेश बोर्डिया डॉ मुकेश अग्रवाल डॉ ए के द्विवेदी डॉ प्रीति कवठेकर डॉ डॉ मुनिरा नकी एवं
अंजलि निगम सहित कई अन्य गणमान्य उपस्थित थे।