इंदौर।सांवेर क्षेत्र के सिमरोड़ गाँव के समीप पिछले कई सालों से संचालित अवैध कारखाने को एकबार फिर से कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के दल ने पकड़ा है जो बिना लायसेंस के कीटनाशक दवाओं का भारी मात्रा में निर्माण कर रहा है. करोब डेढ़ साल पहले कारखाने में दबिश देकर खाद की अवैध रूप से निर्माण होते पाए जाने पर इसी तरह की कारवाई की गई था. तब आरोपी अलग था और अब आरोपी अलग है।
सांवेर के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं किटनाशी निरीक्षक राजेश धारे ने बताया कि उनके साथ विभागीय टीम द्वारा सांवेर के समीपस्थ ग्राम सिमरोड़ में एक खेत पर अवैध रूप से निर्मित टीनशेड में दबिश दी गई जिसमें मेसर्स पेरामाउंट एग्री टेक्नालॉजीस नामक कंपनी की विनिर्माण ईकाई अवैधानिक तरीके से संचालित की जा रही है. जाँच में पाया गया कि इस अवैध कंपनी द्वारा भारत शासन द्वारा प्रतिबंधित दवाई फोरेट 10प्रतिशत सी.जी. का बड़ी मात्रा में भंडारण किया गया है जो पूरी तरह अवैधानिक है. इसके साथ ही कम्पनी द्वारा बगैर लाइसेंस के बड़े पैमाने पर कृषि कार्य में काम आने वाली कई कीटनाशक दवाईयों का उत्पादन, भण्डारण एवं विक्रय भी किया जा रहा है. जाँच में यह भी पाया गया कि विभिन्न दवाओं के और अलग अलग कंपनियों के रैपर कीटनाशक दवाओं पर लगाकर विक्रय हेतु पैक की जा रही है. सभी सामग्री को जब्त कर इस फैक्ट्री को सील कर दिया गया है.
भादवि 1955 की धारा 3/7 अन्तर्गत कम्पनी के संचालको के विरुद्ध सांवेर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गईं है। सभार मीडिया