इंदौर। इंदौर के लाभगंगा कन्वेंशन सेंटर में गुरुवार से शुरू हुए आईआईआईडी शो केस – 2022 एक्सिबिशन में देश-विदेश के नामी इंटीरियर और आर्किटेक्चर ब्रांड्स के 125 से ज्यादा स्टॉल्स है।

मध्यप्रदेश की कला और संस्कृति को जीवंत करने के लिए शो केस में 1600 वर्ग फुट का एक खास आर्ट पवेलियन तैयार किया गया है, जिसमें 20 से ज्यादा हैंडलूम, हेंडीक्राफ्ट और कंटेम्पररी आर्टिस्ट को निशुल्क स्थान दिया गया है। इन स्टॉल्स पर माहेश्वरी, चंदेरी और बाघ प्रिंट से सजे खूबसूरत कपड़े, बेल और मेटल आर्ट के नायाब शो पीस के साथ ही गोंड आर्ट की कलात्मक धरोहर, मध्यप्रदेश की कला और लोक संस्कृति के कई रंग है, जो समय के साथ सिर्फ कलाकारों और कारीगरों तक ही सीमित रह गए थे। शो केस का शुभारंभ भी पद्मश्री से सम्मानित गोंड आर्टिस्ट दुर्गाबाई व्याम ने किया।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि मेरी दादी नदी, तालाब, पहाड़ और खेत ऐसे चार अलग-अलग जगह से मिटटी लेकर अपने घर की दीवारों को सजाती थी। उन्ही से इस कला को मैंने सीखा और मेरे घर को देखकर आसपास के इलाकों के लोग शादी-ब्याह या त्योहारों पर अपने घर को सजाने के लिए मुझे बुलाने लगे। समय के साथ मेरी इस कला को इतनी ख्याति मिली कि मुझे पद्मश्री से नवाजा गया। इस एक्सिबिशन के दौरान मैंने प्रदेश के अन्य कलाकारों की कलाओं को भी देखा है और मेरी यही दुआ है कि मेरे प्रदेश की कलाओं को लंबी उम्र मिलें।

आईआईआईडी शो केस -2022 के चैयरपर्सन आर्किटेक्ट शीतल कापड़े कहती हैं कि शो के जरिए हम मध्यप्रदेश के लोकल आर्ट और आर्टिस्ट को प्रमोट करना चाहते हैं। इंटीरियर में हमें इस तरह लोकल आर्ट और फैब्रिक की कई बार जरूरत होती है पर उस वक्त हमें सही आर्टिस्ट नहीं मिल पाते हैं। इस पहल के जरिए हम इंटीरियर डिज़ाइनर्स को हैंडलूम, हेंडीक्राफ्ट और ट्राइबल आर्टिस्ट के साथ जोड़ना चाहते हैं। आर्ट पवेलियन में गोंड आर्ट, तुमड़ी आर्ट,नेल आर्ट, माहेश्वरी साड़ी के साथ मेटल आर्ट भी डिस्प्ले किया गया है।

शोकेस में स्क्रैप से बने विश्वकर्मा जी की मूर्ति खास आकर्षण केंद्र बनी हुई है। साथ ही गुजरात से आया सिंगल इटेलियन स्टोन जिसका वजन 30 टन है। ये स्टोन कुदरत के करिश्में को दर्शाता है।

पहले दिन हुए डिज़ाइन और स्टाल कॉम्पिटिशन
सेक्रेटरी विकास ठक्कर कहते हैं कि एक्सिबिशन के पहले दिन स्टाल कॉम्पिटिशन और स्टूडेंट्स के लिए कई प्रतियोगिताएं हुई। ज्यूरी मेंबर्स ने सभी स्टॉल्स को देखकर उनमें से चार सेगमेंट में बेस्ट स्टाल्स चुनें।

स्मार्ट मिरर में लगे हैं टेम्प्रेचर, लाइट और डिफॉगर सिस्टम
अब चेहरा देखने के कांच इतने हाई-टेक हो गए हैं कि इनमें आप अपने चेहरे के साथ ही घर का तापमाप भी देख सकते हैं, इसी में लाइट भी लगी है और मनपसंद गाने सुनने के लिए ब्लूटूथ इनेबल्ड म्यूजिक सिस्टम भी है। बाथरूम में फॉग से बचाने के लिए इसमें डिफॉगर सिस्टम भी दिया गया है। सबसे खास बात यह है कि इतने हाई-टेक होने के बावजूद इनका मेंटेनेंस जीरो है। अखंड ग्लास एम्पोरियम के मैनेजिंग डायरेक्टर राज सोनगरा बताते हैं कि यह स्मार्ट मिरर 5 हजार से लेकर 50 हजार तक की रेंज में उपलब्ध है। इसे अब लोग अपने घर के बाथरूम और ड्रेसिंग से लेकर प्रोफेशनल सैलून्स तक में इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे अलग से देखभाल की जरूरत नहीं होती है। यदि आपके घर में हार्ड वाटर है तो उससे बचाने के लिए इसे नैनो गार्ड से कोट कर दिया जाता है।

*हार्ड वाटर के लिए खास फ़िल्टरेज सिस्टम*
शहरों में हार्ड वाटर एक सामान्य समस्या बन चूका है, इसके कारण ना सिर्फ हमारी अपनी त्वचा और बालों को नुकसान पहुँचता है बल्कि लंबे समय तक हार्ड वाटर के संपर्क में रहने के कारण हमारे बाथवियर भी ख़राब होने लगते हैं। प्लम्बर के मैनजमेंट रिप्रेजेन्टेटिव कबीर चौधरी बताते हैं कि इस समस्या से निजाद पाने के लिए प्लम्बर में एक खास कार्टरेज बेस्ड फ़िल्टरेज सिस्टम उपलब्ध करवाया जाता है, जिसकी मदद से आप अपने घर के हार्ड वाटर को सॉफ्ट वाटर में तब्दील कर सकते हैं। कार्टरेज बेस्ड होने के कारण इसका उपयोग करने के लिए बिजली की जरूरत भी नहीं होती और ना ही यह पानी को व्यर्थ बहाता है यानि यह पूरी तरह से नेचुरल और इको-फ्रेंडली सिस्टम है।

*कुमड़ी से बना रहे हैं डिज़ाइनर आइटम्स*
मांडू में कुमड़ी नाम का एक फल पाया जाता है, जिसे सुखाकर इसकी खोल का पानी की बोतल की तरह इस्तेमाल किया जाता था अब यहाँ के लोकल आर्टिस्ट इससे कई तरह के होम डेकॉर आर्ट पीस और लैम्प्स बना रहे हैं। आईआईआईडी के आर्ट पवेलियन में इस आर्ट फॉर्म को लेकर आए आर्टिस्ट संतोष भाबर कहते हैं कि हम अब इन आर्ट पीस को तैयार कर नातू फाउंडेशन के जरिए लोगों तक पहुंचा रहे है। यह अपने आप में एक अलग तरह का नेचुरल चीजों से बना आर्ट है।

कल होगी डिज़ाइन वर्कशॉप
चेयरपर्सन इलेक्ट आर्किटेक्ट अभिषेक जुल्का ने बताया कि शुक्रवार को सुबह 11 बजे इंटीरियर डिज़ाइनर शैलेष मनके की वर्कशॉप और “द अहा मोमेंट्स” टॉपिक पर इंटीरियर डिज़ाइनर नीरज शाह वर्कशॉप लेंगे। इसके साथ ही शुक्रवार और शनिवार शाम 4 से 6 बजे तक आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिज़ाइनर्स के पैनल के साथ ‘डिज़ाइन टॉक’ होगा।