इंदौर। पंजाबी गायक दिलजीत के कंसर्ट के आयोजन ने जहां अब इस शहर की अंतरराष्ट्रीय पहचान भी बनाने में मदद की है वहीं अब यह शहर बड़े आयोजनों के लिए भी तैयार हो गया है। 20 हजार से ज्यादा युवा कल इस कार्यक्रम में पहुंचे और झुमे ।इसी के साथ शहर को भी जहां 30 करोड़ का कारोबार मिला तो वहीं 5 हजार से अधिक लोग रोजगार भी ले सके। इस प्रकार के आयोजनों से जहां अब इंदौर नए दौर के इंदौर का दौर भी शुरू हो चुका है। शहर अब युवा इंदौर के रूप में भी जाना जाएगा।

20 हजार से ज्यादा युवा उनके आयोजन में पहुंचे और उनकी अवाज पर जमकर थिरके यह इंदौर की संजदीकी का प्रमाण है। हालांकि उनके आयोजन को लेकर कुछ विरोध के स्वर भी उभरे, लेकिन कल इंदौर के इस आयोजन को देखने सुनने के लिए इंदौर से बाहर से भी श्रोता आए। इंदौर की सारी होटल भरी थी। बाहर से आए इन लोगों ने इंदौर के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद भी लिया। यानी इंदौर में कल छोटे से ले कर बड़े व्यवसायियों का धंधा चला। ऐसे आयोजनों और मेले ठेले से फुटकर खाने पीने के ठीए पर भी आमदानी हुई।

इंदौर के दिवंगत शायर राहत इंदौर का जिक्र कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जय श्री महाकाल का नारा भी लगा। यानी इंदौर की गरिमा का पूरा ख्याल रखा दिलजीत ने।

टिकटे ब्लैक में बिकी इस पर सफाई दे कर उन्होंने अपनी बात कह कर साफगोई पेशकर बता दिया यह हमेशा से होता आया है और उनका कोई हाथ इसमें नहीं। कुल मिला कर मुद्दा शराब का था। यकीन मानिए शराब कम्पनियां ही इस तरह मदहोशी वाले आयोजन की प्रायोजक बनती है। चाहे वे गजल के कंसर्ट हो या पॉप सिंगरों के। कुल मिला कर इस तरह के आयोजन ने एक राह इंदौर के खोल दी है कि अब इंदौर में बड़े बड़े कंसर्ट का आयोजन सफलता पूर्वक किया जा सकता है। इंदौर में ब्रिटिशश म्यूजिक सहित कई बड़े आयोजन आने की राह देख रहे ही। नए दौर के इंदौर का दौर अब शुरू हो चुका है।