इंदौर ।इंदौर कलेक्टर कार्यालय के लेखा शाखा विभाग के बाबू मिलाप चौहान के खिलाफ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का मामले में पुलिस ने कल देर रात 29 लोगों के खिलाफ नामजद धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर कल देर रात को मुख्य आरोपी मिलाप चौहान सहित कुछ अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हे।वही अन्य आरोपियों की तालश में पुलिस जुटी हे
जानकारी के अनुसार इंदौर के रावजी बाजार थाना पुलिस ने जिला प्रशासन अपर कलेक्टर की शिकायत पर कल रत कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ लेखा शाखा विभाग के बाबू मिलाप चोहान के साथ ही 29 लोगों के खिलाफ धोखधड़ी व् अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कीथी। इनमें मिलाप चौहान के अलावा एक अन्य बाबू रणजीत करोडे और चपरासी अमित निंबालकर का नाम भी शामिल है। इन सभी के खिलाफ धारा 120 बी, 420 ,467 468 व धारा 409 में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। और देर रात कार्यवाही करते हुए वे मुख्य आरोपी बाबू मिलाप चौहान व् कुछ अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हे वही कुछ आरोपी अभी फरार हे जिनकी पुलिस तलाश कर रही हे।
आरोप है कि आरोपियों ने वर्ष 2020 से वर्ष 2023 तक सभी ट्रांजैक्शन मिलाप चौहान व उनके इन साथियों द्वारा किए गए हैं। जहाँ लेखा विभाग के बाबू मिलाप और अन्य कर्मचारियों ने मिलकर किसानों के फसल नुकसानी जैसे मुआवजे की रकम तक अपने खातों में ट्रांसफर करवा लेते थे। जहां कलेक्टर ने जांच की तो शासन की 5.65 करोड़ के फर्जीवाड़े की जानकारी मिली 29 नामजद आरोपियों के खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इस मामले में अकेले मिलाप चौहान ने 3.67 करोड़ की राशि अपने खाते में ली है, जबकि उसने अपनी महिला दोस्त के खाते में 1.55 करोड़ की राशि भेजी थी। इसके अलावा रंजीत करोडे के पास 55 लाख की राशि ट्रांसफर की गई थी। कुल 33 खातों में यह राशि अलग-अलग माध्यम से ट्रांसफर की गई थी।