इंदौर। 180 से भी अधिक देशों में मानव विकास के साथ ही आध्यात्मिक विकास में लगी हुई संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता और संस्थापक आध्यात्मिक गुरु पद्म विभूषित परम पूज्य श्री श्री रविशंकर जी के सानिध्य में 25 मार्च को इंदौर के पित्रेश्वर पर्वत हनुमान धाम मंदिर, गांधीनगर में 51 हजार भक्तों के साथ श्री हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया जाएगा।

यह जानकारी आज भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पत्रकारों को दी।

हनुमान चालीसा के इस आयोजन में शहर के सभी लोग शामिल हो सकते हैं। इसके उपरांत 26 मार्च को सुबह 10 बजे से 7 बजे तक विज्ञान भैरव कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें गुरुदेव द्वारा भगवान शिव द्वारा माता पार्वती को बताई गई ध्यान की 112 विशेष गूढ़ तकनीकों का ज्ञान और ध्यान का अनुभव साधकों को कराया जाएगा। इस आयोजन में पूर्व पंजीकरण से प्रवेश है।

इसके उपरांत 27 मार्च को सुबह 6:30 से योग मित्र कार्यक्रम के अंतर्गत महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव जी के साथ में गुरुदेव के सानिध्य में विजय क्रिकेट क्लब दशहरा मैदान पर योग का आयोजन किया गया है। इस आयोजन के तुरंत बाद गुरुदेव विशाल महारुद्र पूजा में शामिल होंगे। आर्ट ऑफ़ लिविंग के वरिष्ट प्रशिक्षक मनोज राव, सुनील जैन, मनीष सोनी, तेजवीर सिंह एवं अपैक्स मेम्बर मोनल पटेल ने शहर के सभी भक्तों गुरुदेव के कार्यक्रमों में सादर उपस्थिति का आग्रह किया गया है।

कौन हैं श्री श्री

भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व में शांतिदूत के रूप में प्रसिद्ध पद्मविभूषित श्रीश्री रविशंकर एक परोपकारी, नेता, आध्यात्मिक शिक्षक और वास्तव में शांति के दूत हैं। 13 मई 1956 को तमिलनाडु में जन्मे श्रीश्री महज चार साल की उम्र में न सिर्फ श्रीमद्भागवत के कुछ श्लोक बोल रहे थे बल्कि बालसुलभ शरारतों के साथ ही तभी से ही संपूर्ण विश्व में शांति स्थापित करने के विषय में चिंतन करने लगे थे। श्रीश्री ने 1973 में महज सत्रह साल की उम्र में वैदिक साहित्य और भौतिकी दोनों विषयों में स्नातक की डिग्री हासिल कर ली थी। एक तनाव एवं हिंसा मुक्त समाज के निर्माण की परिकल्पना को उन्होंने 1982 को आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन की स्थापना कर साकार करना प्रारंभ किया।