प्रकृति में चलना प्रकृति को समझना एवं प्रकृति के हजारों चमत्कारों को देखना है तो उसके पास जाना होगा । हमने यह सब देखा ही नहीं महसूस भी किया है। ये एक ऐसा अनुभव है जिसे भूलना असंभव होगा।
यह कहना था इंदौर के सक्षम अग्रवाल एवं सुश्री स्तुति गुप्ता का को हाल ही में राष्ट्रीय स्तर टेकिंग यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा पांच दिवसीय कैंप 31 दिसंबर 2022 से 4 जनवरी 2023 तक आयोजित कैंप से लौट कर आए है। उन्होंने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि प्रतियोगिता का आरंभ डलहौजी से हुआ था यह प्रतियोगिता 6 दिन तक चली थी इस प्रतियोगिता में देश के हर राज्य से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था
सक्षम अग्रवाल एवं सुश्री स्तुति गुप्ता वर्तमान में सीए के छात्र हैं ,बताते हैं कि हमने वहां पर प्रकृति में चलना प्रकृति को समझना एवं प्रकृति के हजारों चमत्कारों को देखा है सक्षम अग्रवाल बताते हैं जैसा कि हमने डलहौजी ट्रैकिंग की पहाड़ियों में अनुभव किया है ट्रेकिंग उत्साही व्यक्तियों को प्रकृति की सुंदरता के संपर्क में रहने और रास्ते में आने वाली कठिनाइयों के कारण आत्मविश्वास बढ़ाने में सक्षम बनाता है ।यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया नामक संगठन के माध्यम से हम डलहौजी के लिए 5 दिन की यात्रा पर गए थे छात्रावास केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय की एक योजना का हिस्सा है जिसका उद्देश्य उन लोगों को मध्यम दरों पर अच्छा आवास प्रदान करना है जो सुंदरता को उजागर करना चाहते हैं और इस तथ्य को अपनाना चाहते हैं कि उम्र सिर्फ एक संख्या है
प्रकृति की गोद का बेहतरीन अनुभव करने आए हम विभिन्न प्रकार के मार्गों से गुजरते हुए 1 दिन में लगभग 15 किलोमीटर तक चले जिसमें बर्फ में चलना, पेड़ों के नीचे लेट कर जंगल पार करना, यहां तक कि उन पर ऊपर चढ़कर पार करना भी शामिल है अंतिम दिन ट्रैक गांव के माध्यम से था जो एक शानदार अनुभव था जिसे देखने और आसपास के छोटे बच्चों से बात करने से हमारा दिल खुश हो गया और इस तरह ट्रैक एक तरह का अनुभव बन गया
सुश्री स्तुति गुप्ता बताती हैं कि मुझे गर्व है मैं इस प्रतियोगिता की प्रतिभागी थी मुझे कैंप में बहुत अच्छा लगा और भविष्य में फिर से दोबारा अगर मुझे मौका मिलता है तो मैं जरूर जाऊंगी कैंप से आने के बाद मैं अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली मानती हूं कि मैंने इस ट्रैकिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था