दौर। जन्मदिन मनाने की परंपरा भारत में भी है, परन्तु हम अपने धर्म से विपरीत उसे मनाते है। जन्मदिन अगर हमें मनाना ही है तो वो तिथि अनुसार मनाना चाहिए। क्योंकि तिथि का देवता होता है और जन्मदिन के दिन उस देवता की पूजा करने से जीवन के अशुभ दूर होते है। और जीवन में मंगल ही मंगल होता है।
यह प्रसंग सिंगापुर टाउनशिप में विराट जनसेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा व्यास पीठ से संत मदन मोहनदास महाराज ने कही। भाजपा नेता चिंटू सिलावट ने बताया कि हजारों की तादाद में भक्तजन कथा श्रवण करने आ रहे है। जिसमें प्रतिदिन भोजन भण्डारे की व्यवस्था संस्था द्वारा रखी गई है।आयोजन से जुड़े पप्पू शर्मा, राजेश पांडे, विक्की रघुवंशी, गुड्डू जैसवाल, प. संदीप शर्मा ने सभी व्यवस्था संभाली।