प्रकृति की गोद में बैठकर रचे गए सुंदर चित्रों की प्रदर्शनी
इंदौर। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त इंदौर के अनूठे चित्र योगेंद्रे सेठी के जलरंगों में बनाए चित्रों की एकल प्रदर्शनी देवलालीकर कला वीथिका में 16 सितंबर से 21 सितंबर तक आयोजित है। यह प्रदर्शनी चित्रकार योगेंद्र सेठी की 55 वर्षों की कला-यात्रा पर उनके 55 चित्रों की प्रदर्शनी है। इसमें उनके जलरंगों में बनाए 44 चित्र हैं और 11 चित्र एक्रिलिक रंगों में बनाए दार्शनिक चित्र शामिल हैं।
यह प्रदर्शनी 21 सितंबर तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक देखी जा सकती है। इस प्रदर्शनी का आयोजन देवलालीकर आर्ट फाउंडेशन कर रहा है। चित्रकार योगेंद्र सेठी ने इंदौर फाइन आर्ट्स कॉलेज से ही कला की शिक्षा अर्जित की और महान चित्रकार चंद्रेश सक्सेना के वे सुयोग्य शिष्य हैं।
चित्रकार योगेंद्र सेठी के जलरंगों में बनाए चित्रों की विशेषता यह है कि ये चित्र जिन जगहों के हैं, वहीं बैठकर इन्हें रचा गया है। इसमें खजराना से लेकर बिजासन टेकरी और सुंदर पर्यटन स्थल मनाली से लेकर कश्मीर के चित्र शामिल हैं। इन चित्रों में चित्रकार का प्रकृति प्रेम स्पष्ट दिखता है और इनमें मनोहारी रंगों की सुविचारित योजना और रंगों का संयत बरताव साफ दिखता है। इन चित्रों में कुछ चित्र अमेरिका के कैलिफोर्निया की प्रसिद्ध जगहों के चित्र भी हैं। इसमें अमेरिका के येलो स्टोन नेशनल पार्क, समुद्र तट, बर्कले यूनिवर्सिटी, प्रसिद्ध मैनटहट्टन की ऊंची ऊंची इमारतें शामिल हैं।
इन मनोहारी चित्रों को देखना एक बार फिर से प्रकृति के विभिन्न रूपों को देखना और महसूस करना है। एक ऐसे समय में जब हमारे चारों ओर नकली रंगों की चकाचौंध और दृश्य हावी हैं, यह प्रदर्शनी सुंदरता से बताती है कि हम प्रकृति के असल रंग क्या हैं, ये कितने सुंदर हैं और प्रकृति कितनी विपुला। ये चित्र बताते हैं कि हमें प्रकृति के साथ कितनी संवेदनशीलता से रहना है।