Indore. शहडोल से इंदौर आ कर पढ़ाई कर रहे छात्र ने सोमवार को अपने घर शहडोल में परिवार को फोन लगाकर कहा कि इंदौर में उसका अपहरण हो गया है और उसे अज्ञात स्थान पर ले जा रहे हैं और फिरौती के ₹5लाख मांग रहे हैं।
छात्र द्वारा इस तरह का फोन परिवार में किए जाने के बाद वहां हड़कंप मच गया और परिवार ने इंदौर में रहने वाले एक परिचित को फोन कर वस्तु स्थिति जानने के लिए कहा। इंदौर के परिचित व्यक्ति ने पहले छात्र के कमरे पर जाकर उसको तलाशा और नहीं मिलने पर उन्होंने पुलिस में अपहरण की शिकायत लिखवा दी। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और पुलिस ने मोबाइल नंबर व लोकेशन के आधार पर मंगलवार दोपहर आरोपित आयुष पुत्र रविंद्र श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया। आकर्ष भी उसके रुम में ही मौजूद था।
कहानी अपहरण की नहीं बल्कि कुछ और ही निकली।
पुलिस के मुताबिक, मूलत: रथोता, शहडोल निवासी आकर्षसिंह महालक्ष्मी नगर में रहता है।वह जीमेट की तैयारी कर रहा है। उसके पिता राजेंद्रसिंह बघेल किसान हैं। राजेंद्रसिंह ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात आकर्ष अचानक लापता हो गया। करीब नौ बजे आकर्ष ने अनजान नंबर से काल कर बताया, उसको कुछ लोगों ने अगवा कर बंधक बना लिया है। रिहाई के एवज में उससे पांच लाख रुपये मांग रहे हैं।
टीआइ के मुताबिक, आयुष मूलत: मंडीदीप का रहने वाला है। फिलहाल भोपाल में रहता है। आकर्ष भी पहले भोपाल रहता था। दोनों में इसी दौरान परिचय हुआ था। इस दौरान आकर्ष ने एक लाख 35 हजार रुपये उधार ले लिए। रुपये न देने पर आकर्ष को वह रुम पर ले गया। आकर्ष ने आयुष से मिलकर पांच लाख रुपये मांग लिए।