इंदौर। कल 22 मार्च से शुरू होने वाला नया साल विक्रम संवत 2080 कुल 13 महीने का होगा।इस संवत्सर का नाम नल होगा और इसके अधिपति बुध ग्रह रहेंगे, साथ ही मंत्री पद पर शुक्र ग्रह विराजित होंगे।
इस वर्ष मां का आगमन नौका पर है, जिसे सुख-समृद्धि कारक कहा जाता है. पूरे 9 दिनों के नवरात्र में मां के 9 स्वरूपों की पूजा होगी. उन्होंने नवरात्र के संयोग के बारे में बताया कि चार ग्रहों का परिवर्तन नवरात्र पर देखने को मिलेगा. यह संयोग 110 वर्षों के बाद मिल रहा है. इस बार नव संवत्सर लग रहा है. माना जाता है कि इसी दिन भगवान ब्रह्मा ने पृथ्वी की रचना की थी. इसलिए यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है.
प्रतिपदा तिथि 21 मार्च रात में 11 बजकर 4 मिनट पर लग जाएगी इसलिए 22 मार्च को सूर्योदय के साथ नवरात्रि की शुरुआत कलश स्थापना के साथ होगी.
हिंदू कैलेंडर के पहले महीने चैत्र माह की प्रतिपदा तिथि 22 मार्च को है। यानी 22 मार्च दिन बुधवार को विक्रम संवत 2080 का आरंभ होगा।
चैत्र माह और हिन्दू नव वर्ष का पहला पर्व मां दुर्गा के स्वागत से आरंभ होता है, जिसे चैत्र नवरात्र कहते हैं। इस बार चैत्र नवरात्र पूरे 9 दिन तक चलेगी, जिसके तहत मां दुर्गा नौका पर सवार होकर आएंगी और हाथी पर प्रस्थान करेगी। इन शुभ योगों के अनुसार यह किसान और व्यापारी दोनों शुभ रहेगा ।