इंदौर। देहात की शिप्रा और किशनगंज पुलिस ने स्टाम्प वेंडर और नोटरी करने वाले चार वकीलों पर धोखाधड़ी और षड्यंत्र की धाराओं में केस दर्ज कर लिया। आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों से सरकारी जमीन हथिया ली थी।
शिप्रा पुलिस के अनुसार अनुविभागीय कार्यालय सांवेर (इंदौर) में पदस्थ हितेश पंवार निवासी नंदानगर की शिकायत पर ग्राम गारीपिपल्या (गंगाघाटी) शिप्रा के हिंदू सिंह, लालता प्रसाद, उमेश, अरुण, निवेश, कंकुबाई, स्टाम्प वेंडर सूरज पादव, एडवोकेट व नोटरी मनोज महाजन, किशोर एस सोनी डी बी पुजारी व अनीता शर्मा पर केस दर्ज किया है।
आरोपियों ने अगस्त 2013 में शिक्षा के गारीपिपल्या (गंगाघाटी) की सर्वे नंबर 217/ 2 की बेशकीमती सरकारी भूमि को हथिया लिया था। जमीन हथियाने के बाद उसे अवैधानिक और नियम विरुद्ध तरीके से खुर्द-बुर्द कर बेचा गया। इस काम में स्टाम्प वेंडर और एडवोकेट व नोटरी ने भी इनका साथ दिया।
इनमें से दो आरोपियों हिंदू सिंह और लालता प्रसाद की मौत हो चुकी है। उधर, किशनगंज पुलिस ने अभिनव कॉलोनी, निवाली रोड (सेंधवा) निवासी चंदन पिता नानालालजी अमझरे पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। अमझरे ने अवैध तरीके से षड्यंत्र रचते हुए अनिल पिता गणपत सांखला निवासी एमजी रोड धारनाका महू का 66, समृद्धि विहार कॉलोनी स्थित प्लॉट बेच दिया था।