भाजपा द्वारा राजनीतिक पंडितों को चौंकाने वाले उम्मीदवारों की को घोषणा की जा रही है क्या वह पार्टी के थिंक टैंक और रणनीतिकार माने जाने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा कराए गए दो गोपनीय सर्वे के आधार पर की जा रही है?

मंगलवार को दिन भर इस बात की चर्चा रही।क्योंकि इस सूची में पार्टी ने अपने कई दिग्गजों को चुनावी समर में उतार दिया है। इनमें से कई नेता तो वे हैं जो पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे।

बताया जा रहा हैकि अमित शाह ने दो एजेंसियों से सर्वे कराया है और उस सर्वे के हिसाब से सूचियां जारी की जा रही हैं। इनमें से एक एजेंसी गुजरात की तो दूसरी महाराष्ट्र की है। ये एजेंसियां लंबे समय से भाजपा से जुड़ी हैं। और सर्वे कर चुनावी रणनीति से लेकर चुनावी मुद्दे और उम्मीदवारों के नामों पर वर्क करती हैं।

मध्यप्रदेश में भी इन्हीं दो एजेंसियों को काम पर लगाया गया है। इन  एजेंसियों की रिपोर्ट पर ही इन सीनियर नेताओं को टिकट दिया गया है। दिलचस्प यह है कि अधिकांश महत्वपूर्ण चुनावी बैठकों में शामिल होने वाले इन नेताओं को खुद नहीं पता था कि उन्हें चुनावी समर में उतारा जा रहा है।