आगामी 17 जून 2 को शनि  कुंभ राशि में वक्री होने जा रहे है। ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को बहुत महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है, यह सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है, जो लगभग ढाई वर्ष तक एक राशि में रहने के कारण अपनी ढैय्या बनाता है। इसीलिए किसी भी जातक पर शनि का प्रभाव सबसे अधिक होता है क्योंकि यह 2 राशियों मकर और कुंभ का स्वामी होता है और जिस भाव में बैठता है उसके अतिरिक्त तीसरे भाव, सप्तम भाव और दशम भाव को भी देखता है। इस तरह न्यूनतम रूप से भी शनि का प्रभाव एक समय में कम से कम 6 राशियों पर हो सकता है।

शनि देव   कर्म सेवा के कारक हैं। इन्हें न्याय दाता और कर्मफल दाता भी कहा जाता है क्योंकि ये व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार शुभ और अशुभ फल देते हैं। वे किसी व्यक्ति को सिखाने के लिए बहुत कठोर हो सकते हैं लेकिन कभी भी उसे नुकसान पहुँचाने की कोशिश नहीं करते हैं।

ज्योतिषाचार्य गुरु महेश जैन के अनुसार राशि में वक्री होने पर क्या होगा, जानते हैं।

मेष

मेष राशि वालों को इस दौरान सामान्य से अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहना चाहिए क्योंकि काम के दबाव में वृद्धि के कारण आपको शारीरिक और मानसिक परेशानी हो सकती है।

वृषभ

शनि के वक्री होने के कारण आने वाला समय आपके लिए चुनौतियों से भरा रहेगा। नौकरीपेशा जातकों को कार्यक्षेत्र में तनाव का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा जो लोग किसी व्यवसाय में हैं उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है। सेहत में गिरावट के भी संकेत हैं।

मिथुन

जिन लोगों की कुंडली में शनि वक्री अवस्था में है, उनके लिए शनि का यह गोचर अत्यंत भाग्यशाली रहेगा। इस दौरान उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी, लेकिन उन्हें अपनी मेहनत का भरपूर पुरस्कार भी मिलेगा। पिता और पैतृक संपत्ति से आपको लाभ मिल सकता है। जो लोग अपने पारिवारिक कार्य और व्यवसाय से जुड़े हैं उनके लिए यह समय बहुत ही अनुकूल रहेगा। शुभ कार्यों के लिए यात्रा करनी पड़ सकती है। आपके कई बिगड़े हुए रिश्ते भी इस दौरान सुधरेंगे।

कर्क

कर्क राशि वालों को इस दौरान स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है लेकिन हो सकता है कि आपकी मेहनत का अपेक्षित परिणाम न मिले। इसके अलावा लग्न के जातकों को वाहन चलाते समय अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

सिंह

सिंह राशि के जातकों के लिए शनि का वक्री होना बहुत ही लाभदायक रहेगा। लंबे समय से यदि आपका कोई काम किसी कारण से अटका हुआ है तो वह इस अवधि में पूरा हो जाएगा। आप तेजी से तरक्की कर पाएंगे और व्यापारियों को नए मौके मिलेंगे। इस दौरान आपके लिए आर्थिक लाभ की संभावनाएं अधिक रहने वाली हैं। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं उन्हें भी इस दौरान अच्छे परिणाम की प्राप्ति होगी।

कन्या

इस राशि में शनि सप्तम भाव में वक्री है। ऐसे में इस राशि के जातकों को व्यापार और नौकरी में विशेष लाभ मिल सकता है। काफी समय से रुकी हुई योजनाएं एक बार फिर से चलने लगेंगी। साथ ही अटका हुआ पैसा भी वापस मिल सकता है। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय व्यतीत हो सकता है। लेकिन किसी से वाद-विवाद न करें, क्योंकि इससे आपका ही नुकसान होगा। मेहनती छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है। साथ ही परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत हो सकता है।

तुला

तुला राशि के जातकों के लिए शनि का वक्री होना परेशानी ला सकता है। नौकरी में परिवर्तन हो सकता है लेकिन अधिक लाभ नहीं होगा। जहां आप वर्तमान में कार्यरत हैं, वहां आपको भविष्य में लाभ मिलने की संभावना है। माता के स्वास्थ्य पर आपको ध्यान देना होगा। परिवार में तनाव हो सकता है। ध्यान से चलाएं।

वृश्चिक

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शनि के वक्री होने के कारण आपको काम के सिलसिले में विदेश जाने का अवसर मिल सकता है। शनि की वक्री गति व्यापारियों के लिए विशेष फलदायी रहेगी। उनके बिजनेस में ग्रोथ देखने को मिलेगी। कुल मिलाकर शनि के जातक इस दौरान तरक्की पाने में सफल रहने वाले हैं।

धनु

धनु राशि के जातकों को शनि की वक्री गति अचानक लाभ देगी। इस अवधि में आपको कई तरह के लाभ मिलेंगे और कई महत्वपूर्ण कार्य पूरे होंगे। नौकरीपेशा जातकों को सहकर्मियों का पूरा सहयोग मिलेगा और उन्हें अपनी मेहनत का फल भी मिलेगा। शनि की वक्री चाल विद्यार्थियों के लिए भी बहुत अच्छी रहने वाली है। इस दौरान उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में अनुकूल परिणाम मिलेंगे।

मकर

मकर राशि वालों के लिए शनि का वक्री होना आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा। अगर आप प्रॉपर्टी बेचने का विचार कर रहे हैं तो उसके लिए यह अवधि बहुत ही अच्छी रहने वाली है। मकर राशि के जातकों के पारिवारिक जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे और घर का माहौल काफी अच्छा रहेगा। जिसे देखकर आपका मन भी काफी खुश हो जाएगा।

कुंभ

कुंभ राशि में वक्री शनि तुला राशि के जातकों के पेशेवर जीवन में चुनौतियाँ ला सकता है। इस अवधि में नौकरी बदलने का विचार टाल दें। उन्हें अपनी मां के स्वास्थ्य का अतिरिक्त ध्यान रखने की भी सलाह दी जाती है।

मीन

ग्रहों की यह चाल शनि की स्वराशि कुंभ में होगी, जो बढ़ते मानसिक दबाव के संकेत दे रही है। कुंभ राशि के लोगों को सलाह दी जाती है कि किसी भी क्षेत्र में जल्दबाजी में निर्णय न लें क्योंकि यह आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। इस राशि के जातकों को अपने वैवाहिक जीवन में भी तनाव का सामना करना पड़ सकता है।

गुरु महेश जैन
इंटरनेशनल ज्योतिषाचार्य
राणापुर जिला झाबुआ मध्यप्रदेश
7000098868 9425188009

(उपरोक्त विवरण ज्योतिष गणना के मान से संभावित अनुमान है। इसके लिए अनपेड न्यूज कोई जवाबदारी नहीं लेता । )