इस बड़ी चूक से उज्जैन निवासी मुकेश बंथिया और मीनल बंथिया समेत कई यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। इंदौर एयरपोर्ट पर जब यात्री बैग्स का इंतजार कर रहे थे, तब उन्हें पता चला कि उनका सामान आया ही नहीं।
ग़ुस्साए यात्रियों का कहना था कि एयर इंडिया की टीम ने न तो समय पर सही जानकारी दी और न ही कोई ठोस समाधान। लोग घंटों एयरपोर्ट पर इधर-उधर भटकते रहे। यात्रियों ने सवाल उठाया – “अगर बार-बार यही हाल रहा तो यात्री आखिर भरोसा किस पर करें?”
एयर इंडिया की यह लापरवाही न केवल यात्रियों के समय और ऊर्जा की बर्बादी है, बल्कि सुरक्षा और सेवा दोनों पर गंभीर सवाल खड़े करती है।