मालवा-निमाड़ में दो योजनाओं में 117 नए ग्रिडों के कार्य चलन में
इंदौर। मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के तहत पश्चिम क्षेत्र कंपनी अपने अधीन जिलों में 1500 युवाओं को प्रशिक्षण देगी सबसे ज्यादा युवा इंदौर जिले ही लाभान्वित होंगे, इनकी संख्या करीब साढ़े तीन सौ होगी।इन युवाओं में 12 वीं उत्तीर्ण को 8 हजार, आईटीआई उत्तीर्ण को साढ़े आठ हजार, डिप्लोमाधारी को 9 हजार, स्नातक या उच्च शिक्षा वाले को 10 हजार रूपए का स्टायपेंड प्रदान किया जाएगा।
मालवा निमाड़ में आरडीएसएस और एसएसटीडी योजना में 117 नए बिजली ग्रिडों का कार्य चलन में है। लक्ष्य के अनुरूप प्रत्येक ग्रिड का कार्य समय से एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराया जाए।यह बात मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) श्री अमित तोमर ने वे मंगलवार को कंपनी क्षेत्र के 90 इंजीनियरों, अधिकारियों की बैठक में कही।
उन्होंने कहा कि आबादी के साथ बिजली की मांग, शहरीकरण और उपकरणों की संख्या में इजाफा हो रहा है, इसलिए लाइनों, ग्रिडों की संख्या में बढोत्तरी हो रही है। कंपनी क्षेत्र में आरडीएसएस में 97 और एसएसटीडी में 20 कुल 117 नए ग्रिडों का काम चलन में हैं। इन ग्रिडों का कार्य समय पर हो, ताकि रबी सीजन में किसानों को ज्यादा सुविधाएं मिल पाए। श्री तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के तहत 1500 युवाओं को आन द जाब ट्रेनिंग दी जाएगी। इन युवाओं में 12 वीं उत्तीर्ण को 8 हजार, आईटीआई उत्तीर्ण को साढ़े आठ हजार, डिप्लोमाधारी को 9 हजार, स्नातक या उच्च शिक्षा वाले को 10 हजार रूपए का स्टायपेंड प्रदान किया जाएगा। श्री तोमर ने सीएम हेल्प लाइन प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि नए कनेक्शन तीन दिन में देने के हर संभव प्रयास किए जाए, ज्यादा विलंब उन्हीं क्षेत्रों में स्वीकार होगा, जहां नई लाइन डालने की विधिवत आवश्यकता रहे। उन्होंने कहा कि जहां शिकायत कर्ता की मांग, शिकायत वाजिब नहीं पाई जाती है, वहां फोर्स क्लोज करने से पहले अधीक्षण यंत्री जांच करे, प्रतिवेदन तैयार कर ही फोर्स क्लोज करें।
श्री तोमर ने ग्रामीण क्षेत्रों में बंद एवं खराब मीटर के सत्यापन की भी समीक्षा की एवं मैदानी अधिकारियों को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए। प्रबंध निदेशक ने कहा कि ऊर्जस सेवाओं की सभी अधीक्षण यंत्री दैनिक समीक्षा करे, आए आवेदनों का निराकरण समय सीमा में हो। श्री तोमर ने रबी सीजन के लिए तैयारी, ट्रांसफार्मर की उपलब्धता, ट्रांसफार्मर की लोकल रिपेयरिंग यूनिट(एलआरयू) के संबंध में भी अधिकारियों से जानकारी ली। विजिलेंस शाखा के प्रभारी को बड़े बकायदारों से राशि वसूलने के लिए अभियान चलाने को कहा गया। प्रबंध निदेशक ने इंदौर एवं उज्जैन के मुख्य अभियंताओं को उनके अधिकार क्षेत्र की सामग्री समय पर क्रय करने के आदेश दिए, ताकि रबी की सीजन में मैदानी कार्यालयों के प्रभारी को आसानी हो। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक श्री रिंकेश कुमार वैश्य, निदेशक श्री सचिन तालेवार, कार्यपालक निदेशक श्री संजय मोहासे, श्री गजरा मेहता, मुख्य अभियंता श्री एसआर बमनके, श्री बीएल चौहान, श्री एसएल करवाड़िया, श्री एसआर सेमिल, श्री आरके आर्य, स्मार्ट मीटर सेल प्रभारी श्री रवि मिश्रा, शहर अधीक्षण यंत्री श्री मनोज शर्मा, ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डॉ. डीएन शर्मा आदि मौजूद थे।
ईमलीखेड़ा ग्रिड की दी बधाई
प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने आरडीएसएस के तहत देश का पहला ग्रिड सर्वप्रथम ईमलीखेड़ा में तैयार होकर ऊर्जीकृत किए जाने की इंदौर ग्रामीण की टीम को बधाई दी। अगले एक माह में गुलझेरा, महेश्वर रोड, गंगाडेम कम्पेल, आसीरगढ़ ग्रिड को तैयार कर ऊर्जीकृत करने का लक्ष्य दिया गया।
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