इंदौर। गर्मी आते ही फलों का राजा “आम”आम आदमी के लिए उपलब्ध हो जाता है । सामान्यता 100रुपए का दो किलो मिलने वाले आम की एक ऐसी भी किस्म है , जिसका दाम सुनकर आप भी चौंक पड़ेंगे ।जी हां आम की कीमत है ।2लाख 70 हजार रुपए किलो ।
यकीन मानिए यह आम अपने मध्य प्रदेश में ही नर्मदा किनारे जबलपुर में पैदा होता है।जबलपुर-चरगवां रोड पर तिलवारा से 6 किमी दूरी पर संकल्प सिंह का साढ़े 4 एकड़ का आम का बगीचा है। वहीं, 8 एकड़ का बगीचा नर्मदा किनारे घुघरा के पास है। चाढ़े 4 एकड़ के बगीचे में 1100 और 8 एकड़ वाले बगीचे में 2500 के करीब आम समेत दूसरे फलदार पौधे लगे हैं। ग्रेजुएशन तक पढ़ाई करने वाले संकल्प “महादेव” के अनन्य भक्त हैं। यही कारण है कि उनके बगीचे का पहला फल पहले उज्जैन में भगवान महाकाल को चढ़ाया जाता है। वे इस आम के लिए बाबा नर्मदा मां की कृपा मानते है क्योंकि जापान में इस आम की खेती वैज्ञानिक तरीके से होती है।वे बताते हैं:
उन्होंने अपने बगीचे में एक जापानी आम का पौधा लगाया था जो अब पेड़ बन फल दे रहा है। इस आम का नाम है “टाइयो नो टमैंगो”। इसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार की २लाख७० हजार रुपए किलो है। एक आम ही ९०० ग्राम का होता है। यानी एक आम की कीमत ढाई लाख रुपया।
टाइयो नो टमैंगो की जापान में भले ही कीमत ढाई लाख रुपये किलो हो, मगर हिंदुस्तान में अब तक उन्हें यह कीमत नहीं मिली है. वे कहते हैं कि यह महंगा आम है और इसे आर्थिक तौर पर सक्षम लोग ही खरीदते है, हां देश में भी यह 50 हजार रुपये किलो तक बिक चुका है.
संकल्प अपने बग़ीचे में लगने वाले आमों को अपने बच्चों की तरह मानते हैं। यही वजह है कि वे आमों को बच्चा कह कर बुलाते हैं।
दर्जन भर कुत्ते और सुरक्षा गार्ड
आमों की सुरक्षा के लिए संकल्प ने एक दर्जन से अधिक डॉग्स, सीसीटीवी और आधा दर्जन मेल गार्ड लगाए हुए हैं। ये चौबीस घंटे आमों पर नजर रखते हैं।