इंदौर। खजराना गणेश मंदिर का सचित्र इतिहास लिखने के लिए 9 लोगों की समिति का गठन किया गया है। यह समिति कलेक्टर और मंदिर प्रशासक इलैया राजा के निर्देशन में काम करेगी। इतिहास छह माह में लिखा जाएगा। अगले साल से इतिहास की बुकलेटों का वितरण मंदिर प्रांगण से किया जाएगा।

शहर के प्रसिद्ध आस्था के केन्द्र खजराना में वर्षभर भक्तों का आने का सिलसिला चलता रहता है। यहां की सम्पूर्ण व्यवस्थाओं का जिम्मा मंदिर समिति के पास है। मंदिर के पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि वैसे तो मंदिर के निर्माण, चमत्कार और मान्यताओं की जानकारी भक्तों को है, फिर भी कुछ भक्त ऐसे हैं, जो इसका इतिहास जानना चाहते हैं। भक्तों की मांग को देखते हुए पिछले दिनों मंदिर प्रशासक के समक्ष प्रस्ताव रखा गया था, जिसे स्वीकृति दी गई थी। कलेक्टर के निर्देश पर 9 लोगों की समिति बनाई गई है, जो मंदिर का सम्पूर्ण इतिहास बुकलेट के लिए लिखेंगे। समिति में इतिहासकार, पुरातत्व विभाग, साहित्यकार, खासगी ट्रस्ट के सदस्य, कला संकाय, ओल्ड जीडीसी के सदस्य, मंदिर के पुराने पुजारी आदि शामिल किए गए हैं। ये समिति सदस्य मंदिर का इतिहास, सुविधाएं, दुकानों की जानकारी, मान्यता, पूजन विधि, भक्तों को संदेश, दानदाताओं की सूची, दानराशि से किए गए विकास कार्यों का उल्लेख करेंगे। इसकी वीडियोग्राफी भी तैयार होगी। जो भक्तों को मांग पर आनलाइन उपलब्ध होगी।