इंदौर। नगर निगम राजस्व वसूली को लेकर  पिछले दिनों अधिकारियों ने दो कॉलोनाइजरों के लायसेंस भी निरस्त किए थे।इनमे से एक ने 52 लाख रुपए जमा कराए। सोमवार को नगर निगम के खजाने में 3 करोड़ रुपयों की राशि जमा हुई।

उल्लेखनीय  है कि  वित्तीय वर्ष के अंतिम दिनों में अपने बकाया करों के लिए  सख्त रुख अपनाते हुए  कुर्की जैसी कार्यवाही कर रहा है।

कल झोन क्रमांक 13 के अंतर्गत एक कॉलोनाइजर ने 52 लाख रुपए जमा कर दिए। अधिकारियों ने अनुमति वापस जारी कर दी। इसी तरह अन्य बकायादारों पर भी सख्ती की जा रही है।

आयुक्त प्रतिभा पाल ने पिछले दिनों झोन क्रमांक 13 के अंतर्गत लिम्बोदी में अलग-अलग खसरा नंबर के तहत कॉलोनी की अनुमति पर रोक लगा दी थी। राजस्व अपर आयुक्त को राजस्व वसूली को लेकर निर्देश दिए थे कि यहां निगम का बोर्ड लगाया जाए और कॉलोनाइजर से पैसा वसूला जाए। इसके बाद अधिकारियों ने कार्रवाई की।

सूत्रों के अनुसार कॉलोनाइजर वरजिंदर सिंह पिता दौलतराम छाबड़ा ने 52 लाख रुपए का टैक्स जमा कर दिया है और अब इनकी फर्म के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। इसी तरह निगम ने झोन क्रमांक 10 के अंतर्गत मेसर्स श्रीराम बिल्डर्स तर्फे पार्टनर शशि भूषण पिता ओमप्रकाश खंडेलवाल के विरुद्ध भी कार्रवाई की थी। इस फर्म पर 14 लाख रुपए बकाया है। निगम पूरे शहर मे बकायादारों के खिलाफ जब्ती कुर्की कार्रवाई – कर रहा है।

कल 3 करोड़ रुपए आए

सोमवार को निगम के खजाने में करीब 3 करोड़ रुपए जमा हुए। संपत्तिकर, जलकर, कचरा शुल्क और अन्य शुल्क व टैक्स वसूली के लिए सुबह से ही राजस्व टीमें अलग-अलग क्षेत्रों मे घूम रही हैं। अब तीन दिन ही शेष बचे हैं, ऐसे में निगम के लिए लक्ष्य अनुसार 800 करोड़ रु. पाना मुश्किल रहेगा। कल तक लगभग 625 करोड़ रुपए कुल राजस्व जमा हो चुका है।