इंदौर* । जाति और धर्म के नाम पर अब दंगे फसाद बिलकुल बंद होना चाहिए।नफरत के बाजार में हमे प्रेम और सदभावना की दुकानें खुलनी चाहिए।सभी धर्मो से बढ़कर है मानवीयता और आज इसी इंसानियत की जरूरत है। गंगा जमुनी तहजीब भारत की पहचान है,हम इसे और बढ़ाए ,जिससे दुनिया में मैत्री और प्रेम की चर्चा चारों और हो। समाज में अमन और चैन रहने से दुनियाभर की कंपनिया और निवेशक यह अपने कल कारखाने खोलेंगे और निवेश करेगे ऐसे पर्यटन भी बढ़ेगाऔर देश की आयु इजाफा होगा। भारत प्रेम की खुशबू फेलानेवालो की नई मिसाल बनेगा।
ये विचार विभिन्न वक्ताओं के है जो वर्षो से शहर में अमन और शांति की बयार फैला रहे है।
मौका था सामाजिक संस्था शांति सद्भावना मिशन द्वारा विजय नगर स्थित कुंती माथुर सभागृह में आयोजित सम्मान समारोह का। मुख्य अतिथि भोपाल के हाजी हारून , अध्यक्षता मुफ्ती जकाल्लाह शिबली ने की।
इस मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी आनंद मोहन माथुर , गांधीवादी कार्यकर्ता अनिल त्रिवेदी,समाजवादी नेता कल्याण जैन,जसबीर सिंह गांधी,शफी शैख ,फादर प्रसाद,मुकुंद कुलकर्णी और निसार अहमद खान को शाल ओढ़ाकर तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक जनाब मुनीर भाई ने कहा कि जो लोग शांति सदभावना फेलाते और मानवाधिकारों के लिए काम करते है उनका सम्मान कर हम स्वयं सम्मानित होते है।
अतिथि स्वागत इंटक नेता श्यामसुंदर यादव, पार्षद शकील अंसारी, मो .हुसैन कादरी ,फिरोज खान,फादर पायस ,तारिक शेख, प्रो. असद खान,याकूब मेमन,प्रमोद नामदेव, हफीज सन्जय लोखंडे ने किया। प्रारंभ में नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड के दृष्टिबाधित विधार्थियों रविकांत विश्वकर्मा और तरुण प्रार्थना गीत इतनी शक्ति हमें देना दाता प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरुआत की ।
कार्यक्रम का संचालन किया आदिल सईद ने अंत में आभार माना हुसैन कादरी ने। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी,समाजसेवी एवम गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।