इंदौर। इंदौर में हुए प्रवासी भारतीय सम्मेलन में रखी गई डिजिटल प्रदर्शनी को स्थाई रूप से इंदौर में रखने के लिए सांसद शंकर लालवानी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखी है।
इस प्रदर्शनी को भोपाल- इंदौर में रखने को लेकर खींचतान मची हुई है। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है, की प्रदर्शनी को इंदौर में कहां रखा जाएगा, लेकिन निगमायुक्त यह कह चुकी है, कि प्रदर्शनी को राजबाड़ा में रखने पर विचार किया गया है।
इंदौर में हुए प्रवासी भारतीय सम्मेलन में अनूठी डिजिटल प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें आजादी के अमृतकाल की गौरवगाथा डिजिटल और श्री डी इफेक्ट के जरिए बताई गई। देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और महापुरुषों पर यह पहला प्रयोग था। प्रदर्शनी को पहले से ही भोपाल-इंदौर में रखने को लेकर खींचतान मची हुई है। सांसद शंकर लालवानी ने प्रदर्शनी के लिए एक पत्र मुख्यमंत्री शिवराजसिंह को लिखा है, जिसमें लिखा गया है, कि “आपसे अनुरोध है कि इस डिजिटल एग्जिबिशन को प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन के बाद स्थाई रूप से इंदौर में ही स्थापित किया जाए इसके लिए राजवाडा, रीजनल पार्क या किसी अन्य जगह पर स्थान उपलब्ध हो सकता है ।
इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के बाद जी-20 समूह से जुड़ी बड़ी बैठक, खेलो इंडिया समेत कई महत्वपूर्ण आयोजन होने हैं। आप इंदौर शहर को आईटी, स्टार्टअप और एन्टरप्रेन्योरशिप के विषय में हैदराबाद, बैंगलुरू व पुणे जैसे शहरों में आगे ले जाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। निगम कमिश्नर प्रतिभापाल ने बताया की भोपाल से डिजिटल प्रदर्शनी को इंदौर में रखने की अनुमति मिलती है तो यह प्रयास किया जएगा की प्रदर्शनी को स्थाई रूप से राजवाड़ा में स्थापित किया जाए।
डिजिटल प्रदर्शनी में ये है खास
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के पास 2400 वर्गफीट के डोम में लगाई गई डिजिटल प्रदर्शनी के फंट लुक को 170 महापुरुषों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तस्वीर से सजाया गया है। इस पर आकर्षक लाइटिंग की गई, रात में इसी लाइटिंग देखते ही बनती है। प्रदर्शनी में बताया गया है कि किस तरह विदेश से लौटने के बाद भी भारतीयों ने देश के लिए काम किया। महापुरुषों में महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद समेत 170 महापुरुषों की गाथाएं हैं। प्रदर्शनी में विदेश में चलाए गए गदर मूवमेंट का भी जिक्र है।