इंदौर।इंदौर की शान कहे जाने वाले होलकरकालीन राजवाड़ा का वैभव पांच साल की कड़ी मेहनत के बाद वापस लौट आया है। 20 करोड़ की लागत से इसका जीर्णोद्धार स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया गया। 1 जनवरी से इसे रंगीन रोशनी से जगमगाया जाएगा। बताया जा रहा है कि लालबाग की तरह इसे भी निहारने के लिए शुल्क लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है करीब तीन दशक पहले दंगे में इसे आग के हवाले कर दिया था, जिससे काफी नुकसान हुआ था। तभी से राजवाड़ा के विकास की योजना चल रही थी। पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने वर्ष 2017 में इसके जीर्णोद्धार के लिए राशि स्वीकृत की थी। पांच मंजिला राजवाड़ा का अधिकांश काम नक्काशीदार लकड़ियों और पत्थरों से किया गया है इसलिए लकड़ियों पर नक्काशी में कई आर्किटेक्टों को लगाया गया था। मंगलवार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ने इस धरोहर को निगम और पुरातत्व विभाग को सौंप दिया।
लालबाग की तरह इस धरोहर को निहारने वालों से शुल्क लिया जाएगा। शुल्क का निर्धारण मेयर इन कौंसिल की बैठक में तय किया जा सकता है ताकि इससे होने वाली आय से इसका मेंटेनेंस किया जा सके। सभी चित्र आशु प्रफुल्ल चौरसिया